फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर हाल के वर्षों में कई गिरफ्तारियों और कानूनी परेशानियों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं। आइए घटनाओं का एक संक्षिप्त टाइमलाइन देखें:
- जून 2020: दिल्ली पुलिस ने जुबैर को 2018 के एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया, जिसमें एक फिल्म पोस्टर का स्क्रीनशॉट था, जिसे कुछ लोगों ने आपत्तिजनक माना। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की।
- जून 2022: एक हिंदू भगवान का कथित रूप से अपमान करने वाले 2018 के ट्वीट के बारे में एक शिकायत के बाद, जुबैर को फिर से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह घटना कुछ ही समय बाद हुई जब ऑल्ट न्यूज़ ने भाजपा प्रवक्ता द्वारा की गई टिप्पणियों को फ्लैग किया जिन्हें मुसलमानों के लिए आक्रामक माना जाता था।
- जुलाई 2022: जुबैर को विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से किए गए कृत्यों सहित कई आरोपों का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने उन छह मामलों में उन्हें अंतरिम जमानत दे दी, जिनका वह सामना कर रहे थे।
विवाद के बिंदु:
- जुबैर की गिरफ्तारी के आलोचकों का आरोप है कि यह सरकार का फैक्ट-चेकर्स और सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना करने वाले पत्रकारों को चुप कराने का एक प्रयास है।
- कानूनी कार्रवाई के समर्थकों का तर्क है कि जुबैर के ट्वीट्स ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया और कानूनी परिणाम भुगतने के योग्य थे।
17 मार्च 2024 तक, जुबैर गिरफ्तार नहीं हैं। हालांकि, उनके खिलाफ चल रहे कानूनी मामले जारी हैं।
जुबैर के मामले ने भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धार्मिक संवेदनशीलता और पत्रकारों को निशाना बनाने पर बहस छेड़ दी है।