हरियाणा में आज बड़ी हलचल का दिन है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नायब सिंह सैनी राज्य के नए मुख्यमंत्री बने हैं। अब से कुछ देर पहले ही उन्होंने शपथ ली।
हरियाणा में राजनीतिक स्थिति उस वक्त अस्थिर हो गई जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनकी कैबिनेट ने 12 मार्च को इस्तीफा दे दिया। यह घटना सत्तारूढ़ भाजपा और उसकी गठबंधन सहयोगी पार्टी, जजपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हुई असहमति के बाद सामने आई है।
इस्तीफे के कारण:
- अटकलें लगाई जा रही हैं कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा-जजपा गठबंधन में दरार पड़ गई है।
- खबरों के अनुसार, जजपा ने दो लोकसभा सीटों की मांग की थी, जबकि भाजपा सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी और जजपा की मांग को मानने के लिए तैयार नहीं थी।
वर्तमान परिदृश्य:
- निर्दलीय विधायकों और हरियाणा लोकहित पार्टी (हलप) ने भाजपा नीत सरकार को अपना समर्थन जारी रखने की बात कही है।
- जजपा ने एक बैठक की, जो संभावित रूप से गठबंधन के भीतर मतभेद का संकेत देती है।
भविष्य का रुझान:
- भाजपा के पास विधानसभा में पर्याप्त समर्थन (निर्दलीय और हलप के साथ 41 सीटें) है, वह संभावित रूप से बिना जजपा के भी सरकार बना सकती है।
- जजपा का भावी रुख और भाजपा की रणनीति अभी स्पष्ट नहीं है।
- यह घटना आगामी लोकसभा चुनाव (अप्रैल-मई 2024) के मद्देनजर सामने आई है।