शेयर बाजार चक्रीय होता है – तेजी (बैल) और मंदी (बेयर) आते रहते हैं। ग्रोथ स्टॉक शुरुआत में चलते हैं, फिर चक्रीय या सुधार दिखाने वाले। निवेश के लिए लगातार बढ़ती आय वाली कंपनियां चुनें।
शेयर बाजार का एक सामान्य चक्र है, जिसमें तेजी (बैल) और मंदी (बेयर) के दौर आते रहते हैं। आइए इसे और विस्तार से समझते हैं:
- तेजी का बाजार (बैल मार्केट): तेजी के बाजार में शेयर की कीमतें बढ़ती हैं और निवेशकों की धारणा सकारात्मक होती है। यह दौर आमतौर पर दो से चार साल तक चलता है। नये तेजी बाजार की शुरुआत में ग्रोथ स्टॉक (विकासशील कंपनियों के शेयर) आगे रहते हैं। ये ऐसी कंपनियां होती हैं जिनका मुनाफा लगातार बढ़ रहा है लेकिन कुल मिलाकर बाजार की कमजोर स्थिति के कारण उनके शेयरों की कीमतें कम हो सकती हैं। जब इन कंपनियों का मूल्य-आय अनुपात (पीई रेशियो) आकर्षक हो जाता है तो संस्थागत निवेशक इन शेयरों की तरफ आकर्षित होते हैं।
- ग्रोथ स्टॉक बनाम चक्रीय स्टॉक: तेजी के बाजार के शुरुआती दौर में, ग्रोथ स्टॉक आमतौर पर चक्रीय स्टॉक से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। ग्रोथ स्टॉक तेजी से बढ़ते हुए मुनाफे वाले क्षेत्रों से आते हैं, जबकि चक्रीय स्टॉक उन उद्योगों से संबंधित होते हैं जो आर्थिक चक्रों के प्रति संवेदनशील होते हैं, जैसे कि इस्पात, रसायन और वाहन। हालांकि, जैसे-जैसे तेजी का बाजार आगे बढ़ता है, ध्यान चक्रीय स्टॉक या अन्य क्षेत्रों की ओर जा सकता है।
- बाजार में विजेता: ऐतिहासिक रूप से, हर चार बड़े बाजार विजेताओं में से तीन ग्रोथ स्टॉक रहे हैं, और शेष एक चक्रीय या टर्नअराउंड स्थितियां रहीं हैं। उदाहरण के लिए, 1982 में क्रिसलर और फोर्ड। टर्नअराउंड स्थितियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं जिनके वित्तीय प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार होता है।
- चक्रीय स्टॉक: चक्रीय स्टॉक थोड़े समय के लिए तेजी दिखा सकते हैं और आर्थिक मंदी या मुनाफे में कमी के प्रति संवेदनशील होते हैं। किसी टर्नअराउंड स्टॉक में निवेश करने पर विचार करते समय, वार्षिक आय वृद्धि और लगातार कई तिमाहियों में तेजी से आय सुधार के संकेतों की तलाश करना महत्वपूर्ण है।
- निवेश के लिए विचार: ऐसी कंपनियों की तलाश करें जिनकी आय लगातार बढ़ रही हो, अधिमानतः सालाना कम से कम 5% से 10% और कई तिमाहियों में तेजी से आय सुधार हो। आय में तेजी और वृद्धि की मात्रा शेयर की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना को बता सकती है।
ग्रोथ स्टॉक, चक्रीय स्टॉक और टर्नअराउंड स्थितियों के बीच के संबंधों को समझने से निवेशकों को शेयर बाजार चक्र के विभिन्न चरणों को पार करने और निवेश के अवसरों की पहचान करने में मदद मिल सकती है।
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