गुरुग्राम: माउथ फ्रेशनर समझकर ड्राई आइस खाने से मुंह से निकला खून, इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए पांचों पीड़ित

गुरुग्राम के एक रेस्तरां में 4 मार्च को एक हैरान कर देने वाली घटना हुई। यहां पांच लोगों को माउथ फ्रेशनर के तौर पर ड्राई आइस (सॉलिड कार्बन डाइऑक्साइड) परोसा गया। ड्राई आइस को देखकर लोगों ने इसे माउथ फ्रेशनर समझ लिया और उसे खा लिया। ड्राई आइस खाने से उनके मुंह से खून बहने लगा और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।

इलाज के बाद हुए डिस्चार्ज

पांचों पीड़ितों का इलाज गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि ड्राई आइस खाने से लोगों के मुंह और गले में जलन हो गई थी। इलाज के बाद सभी पीड़ितों को 5 मार्च को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

रेस्तरां मैनेजर गिरफ्तार

इस घटना के बाद पुलिस ने रेस्तरां के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रेस्तरां के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है।

ड्राई आइस खाने से हो सकती हैं गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं

डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ड्राई आइस खाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ड्राई आइस का तापमान -78.5 डिग्री सेल्सियस होता है। इसे खाने से मुंह, गले और पेट में जलन हो सकती है। गंभीर मामलों में, ड्राई आइस खाने से आंतरिक रक्तस्राव और मृत्यु भी हो सकती है।

माउथ फ्रेशनर और ड्राई आइस में अंतर

माउथ फ्रेशनर और ड्राई आइस में काफी अंतर होता है। माउथ फ्रेशनर छोटे-छोटे टिक्की या कैप्सूल के रूप में होते हैं, जबकि ड्राई आइस बर्फ के टुकड़ों जैसा दिखता है। माउथ फ्रेशनर का इस्तेमाल सांसों को ताजा करने के लिए किया जाता है, जबकि ड्राई आइस का इस्तेमाल खाद्य पदार्थों को ठंडा रखने के लिए किया जाता है।

सावधानी बरतें

यह घटना एक गंभीर चेतावनी है। हमें रेस्तरां में खाने-पीने की चीजों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आपको कोई संदेह हो तो तुरंत रेस्तरां के कर्मचारियों से पूछें।

Leave a comment